Ghar Lyrics and Chords
Lyrics & Composition – Bharat Chauhan.
Capo on 1st fret
Intro: [ Am C F C ] – 2
Strumming: D D U U D D U D U
Verse 1
Am C
… कभी मेरे घर की दहलीज़ पे
F C
.. जो तुम कदम रखोगी
…Am C
तो सीलन लगी कच्ची दीवारों पे
F C
.. खुद को देख के चौकना नहीं
F C
हाँ, चौकना नहीं
….F Em
तुम्हारे जाने के बाद
…F C
कोई इन्हें रंगने आया नहीं
….F Em
तुम्हारे जाने के बाद
…F C
कोई इन्हें रंगने आया नहीं
Music:
Verse 2
Am C
… कोने में टूटा सा फ़ूलदान,
F C
… बिस्तर पे बिखरी किताबें
Am C
.. चादर की वो तीखी सी सिलवटें,
F C
… यादों की चुभती दरारें
F C
.. सोचा था कोई सँवार देगा,
F C
… ग़म में मुझे बहार देगा
….F Em
तुम्हारे जाने के बाद
….F C
कोई भी दस्तक यहाँ हुई ही नहीं
….F Em
तुम्हारे जाने के बाद
….F C
कोई भी दस्तक यहाँ हुई ही नहीं
Music:
Verse 3
…Am C
सुना है वो
…….F C
गालों पे भँवर लिए
………Am C
चलती है नंगे पाँव
………F C
आँखों में सहर लिए
F C
.. सूरज बुझे तो यहाँ भी आना
F C
.. फ़ासलों में तुम खो ना जाना
…F Em
कभी तो भूले से तुम
..F C
मेरे इस घर को महकाना
…F Em
कभी तो भूले से तुम
..F C
मेरे इस घर को महकाना